अधुनिक महाराष्ट्र के शिल्पकार ११५

१९८० : सातारा मतदार संघ में से संसद पर चुन लिये गये । (रेड्डी काँग्रेस के महाराष्ट्र में अकेले विजयी सदस्य ।)

१९८२ : इंदिरा काँग्रेस में प्रवेश ।

१९८२ : आठवे अर्थ आयोग के अध्यक्ष ।

१९८३ : जून १, पत्‍नी सौ. वेणुताईजी का निधन ।

१९८३ : अक्तूबर ७, यशवंतरावजी ने अपना इच्छापत्र (वुईल) लिखा ।

१९८४ : जनवरी ९, सौ. वेणुताई चव्हाणजी स्मारक पब्लिक चॅरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना और पंजियन।

१९८४ : फरवरी ७, 'कृष्णाकाठ' आत्मचरित्र का पहला भाग प्रकाशित ।

१९८४ : मार्च २४, पुणे विद्यापीठ की सम्माननीय (डी.लिट्) उपाधि ।

१९८४ : जून १, सौ. वेणुताईजी की प्रथम पुण्यतिथि । उसी दिन यशवंतरावजी ने तर्कतीर्थ लक्ष्मणशास्त्री जोशीजी की उपस्थिति में सौ. वेणुताईजी स्मारक का भूमिपूजन किया ।

१९८४ : अक्तूबर ७, उनके 'कृष्णाकाठ' आत्मचरित्र को केसरी-मराठा संस्था की ओर से साहित्य सम्राट न. चिं. केळकर पारितोषिक ।

१९८४ : नवंबर २५, शाम के समय ७.४५ को दिल्ली में निधन ।

१९८४ : नवंबर २७, दोपहर के समय ३.३० बजे कराड के कृष्णा-कोयना के प्रीतिसंगम पर अंत्यसंस्कार ।

१९८६ : मे ३१, क्षेत्र माहुली, जि. सातारा के रामशास्त्री प्रभुणे प्रतिष्ठान की ओर से सामाजिक न्याय पुरस्कार (मरणोत्तर) ।