अधुनिक महाराष्ट्र के शिल्पकार ११४

१९६५  : अगस्त १८, उम्र के ९५ वे वर्ष में विठामाता का निधन - मुंबई ।

१९६६  : जनवरी, ताश्कंद में शास्त्रीजी-आयुबखान चर्चा में उपस्थित । (कोसिजिन के प्रयत्‍न के अनुसार ।)

१९६६ : नवंबर १४, केंद्रीय गृहमंत्री पद पर नियुक्ति ।

१९६७ :गृहमंत्री पद के सूत्र लेने पर पहले छः महिनों में नये दस राज्यपालों की नियुक्ति ।

१९६९ :  फरवरी २३, कानपूर विश्व विद्यालय ने 'डॉक्टर ऑफ लॉ' उपाधि  सम्मानपूर्वक दी ।

१९६९ : नवंबर, बंगलोर काँग्रेस अधिवेशन के बाद काँग्रेस दल विभाजित हो गया ।

१९७० : फरवरी १०, औरंगाबाद मराठवाडा विद्यापीठ की डॉक्टर ऑफ लॉ यह उपाधि ।

१९७० : जून २६, केंद्रीय अर्थमंत्री के रूप में नियुक्ति ।

१९७१ : विकसनशील राष्ट्रीय परिषद में आर्थिक विकास के संबंध में चर्चा ।

१९७२ : सातारा संघ में संसद पर चुन लिये । संसद के ४३ सदस्य चुन लिये गये । (महाराष्ट्र में)

१९७४ :दिसंबर १, कोल्हापूर शिवाजी विद्यापीठ की 'डॉक्टर ऑफ लॉ' यह  पाधि ।

१९७४ : अक्तूबर, केंद्रीय विदेशमंत्री के पद पर नियुक्ति ।

१९७५ : गियाना, क्युबा, लेबेनॉन, इजिप्‍त, पेरू, अमरिका, अफगानिस्तान, इराक, कुवैत, फ्रान्स आदि राष्ट्रों की भेट ।

१९७५ : दिसंबर, अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलन कराड में संपन्न हुआ था । उसके स्वागताध्यक्ष ।

१९७६ : जनवरी १७, परभणी मराठवाडा कृषी विद्यापीठ की 'डॉक्टर ऑफ फिलॉसॉफी' यह उपाधि ।

१९७६ : तुर्कस्थान, अल्जेरिया की भेंट ।

१९७६  :अक्तूबर ८, सदिच्छा राजदूत के रूप में अमरिका मे होस्टन के टेक्सास शहर की ओर से मानपत्र ।

१९७७-७८ : संसद में विरोधी दल के नेता के रूप में चुन लिये गये ।

१९७८ : इंदिरा गांधीजी के साथ मतभेद हो जाने पर संजीव रेड्डीजी काँग्रेस में प्रवेश ।

१९७८ : महाराष्ट्र में शरद पवार के नेतृत्व में पुलोद मंत्री मंडल । (यशवंतरावजी का पुलोद को समर्थन होने की चर्चा ।)

१९७९ :  जुलाई, चरणसिंग के संयुक्त मंत्रिमंडल में उपपंतप्रधान और गृहमंत्री ।