१९५९ : मार्च, शस्त्रक्रिया और बयालीस दिनों की विश्रांति ।
१९५९ : अगस्त, द्विभाषिक राज्य का कारोबार यशस्वी होते हुए भी राज्य की जनता में एकात्मता निर्माण नहीं हुई थी । इसलिए मुख्यमंत्री के नाते से उसे मैं आगे चला नहीं सकूँगा, ऐसा निर्णय लेकर उन्होंने काँग्रेस श्रेष्ठी को सूचित किया ।
१९५९ : दिसंबर, द्विभाषिक मुंबई राज्य के पुनर्रचना के संबंध में विचार करने के लिए काँग्रेस वर्किंग कमिटी ने नौ सदस्यों की समिति नियुक्ति की ।
१९५९ : दिसंबर २९, अलिगढ मुस्लिम विद्यापीठ, अलिगढ-ऑनररी डिग्री ऑफ एल.एल.डी. उपाधि ।
१९६० : जनवरी, द्विभाषिक राज्य की पुनर्रचना कर मुंबईसह मराठी प्रदेश और गुजराथ प्रदेश ऐसे दो राज्य निर्माण करने का निर्णय नौ सदस्यीय समिति
ने लिया ।
१९६० : फरवरी १३, (सावरगाव डुकरे) में संपन्न विदर्भ साहित्य संमेलन के उद्घाटक ।
१९६० : मार्च, बारामती के संसद कि उपचुनाव में काँग्रेस दल के सदस्य को बडे बहुमत से चुनकर दिया । महाराष्ट्र राज्य की निर्मिति जनतंत्र पद्धति से और शांति से करने के प्रयत्न पर मराठी जनता ने विश्वास व्यक्त किया ।
१९६० : अप्रैल, संसद ने द्विभाषिक राज्य की पुनर्रचना कर मुंबईसह महाराष्ट्र और गुजराथ इन दो राज्य निर्माण करने की योजना को मान्यता दी । १९६० मे १, महाराष्ट्र राज्य स्थापना । चव्हाणजी मुख्यमंत्री ।
१९६० : जून, पूणे में पं. गोविंद वल्लभ पंत की उपस्थिति में म्हैसूर के मुख्यमंत्री श्री. जत्ती ने सीमा का प्रश्न वाद विषय होने की बात कही ।
१९६० : अक्तूबर २१, पूना में महाराष्ट्र काँग्रेस कमिटी की ओर से जाहीर सत्कार ।
१९६० : नवंबर, अखिल भारतीय काँग्रेस चुनाव मंडल पर चुनाव ।
१९६० : नवंबर १०, नागपूर करार अमल में लाने के लिए विधान सभा का एक अधिवेशन नागपूर में हर वर्ष होने की शुरुआत ।
१९६० : नवंबर १९, महाराष्ट्र राज्य साहित्य संस्कृती मंडल की स्थापना ।
१९६० : दिसंबर, काँग्रेस महासमिति में से चुनाव पद्धति से पहले पहल हुए चुनाव में वर्किंग कमिटी पर चुनाव ।
१९६१ : दिल्ली में ४३ वे अ.भा. मराठी नाटय संमेलन के स्वागताध्यक्ष ।
१९६१ : मार्च ३०, विदर्भ की जनता की ओर से नागपूर में ४७ वे जन्मदिन के निमित्त सत्कार समारोह।
१९६२ : मे १, पंचायत राज्य योजना का प्रारंभ ।
१९६२ : सातारा में हुए अ. भा. मराठी साहित्य संमेलन के उद्घाटक ।
१९६२ : फरवरी, महाराष्ट्र विधान सभा के चुनाव । काँग्रेस ने २६५ में से २१४ दस्य चुनकर लाये । इस प्रकार काँग्रेस ने बडी सफलता प्राप्त की ।
१९६२ : नवम्बर २२, भारत के रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्ति ।
१९६३ : नाशिक जिले में से संसद में विरोध के बिना चुनाव ।
१९६३ : अमरिका के रक्षा खाते के सचिव मॅक्रॉमारा के निमंत्रण मिलने पर अमरिका की भेंट ।
१९६३ : अगस्त, रशिया की सफर, रशियन पंतप्रधान क्रुश्चेव्ह से चर्चा, मदद का आश्वासन ।
१९६४ : अगस्त २८, रशिया का दौरा ।
१९६४ : दिल्ली में महाराष्ट्रीय शिक्षा संस्था के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति ।
१९६५ : जनवरी, नांदेड में संपन्न ४७ वे अ. भा. मराठी नाट्य परिषद अधिवेशन के उद्घाटक ।